20 December 2017

WISDOM ------ प्रतिकूलताओं में भी जीवन जीना सीखना चाहिए

  जीवन  के  इस  महासमर  में  तनाव  से  गुजरते  हुए   यदि  शांति  चाहिए   तो  ' गीता ' का  ज्ञान  जरुरी  है  l  संघर्ष  और  चुनौतियां  तो  जीवन  में  रहेंगी  ही  , इसलिए  प्रतिकूलताओं  में  जीवन  जीना  सीखना  चाहिए  l
  हमारे  जीवन  में  जो  परेशानियाँ  आती  हैं   उन्हें  गीता  ' अवसर '  का  नाम  देती  है  l  यही  अवसर   व्यक्ति  के  जीवन  को  ऊँचाइयों  तक   ले  जाता  है   और  इस  अवसर  के   चूक  जाने  पर   व्यक्ति  वहीँ  का  वहीँ   खड़ा  रह  जाता  है  l 
   गीता  हमें    असफलताओं  में   सफलता  का  मार्ग  दिखाती  है  ,  अवसाद  से  निकालने  का  कार्य  करती  है   और  हमारे  जीवन  संबंधों  को  भी  निखारती  है  l  हम  अपने  जीवन  में  किसी  भी  क्षण  उत्तेजित  व  दुःखी  न  हों  और  सदैव  ईश्वर  की  शरण  में  रहें  l  ईश्वर  की  शरण  का  मतलब  कर्महीन  होना  नहीं  है  l  हम  ईश्वरीय  व्यवस्था  को  समझें  ,  उस  पर  विश्वास  रखें  l   आंतरिक  रूप  से  शान्त  और   बाहरी  जीवन  में  क्रियाशील  बने ,  कर्मयोगी  बने  l   हमारी  सोच  सकारात्मक  हो  l  हर  कष्ट  और  परेशानी  में  ,  कहीं  न  कहीं  एक  सुख  छुपा  होता  है  ,  हम  उसी  सुख  की  अनुभूति  कर  मन  को  शांत  रखें  l  यह  सकारात्मक  सोच  ही   हमारे  जीवन  को  सफलता  की  ऊँचाइयों  पर  ले  जाएगी  l