16 February 2017

शस्त्रबल और सैन्यबल के साथ नैतिक बल भी जरुरी है ------ प्राणवान कवि ---- निराला

महाकवि  निराला  ने  काव्य - साधना  के  माध्यम  से  लोक मानस  का  मार्गदर्शन  करने  का  निश्चय  किया  |   उनके  ग्रन्थ  '  राम  की  शक्ति - पूजा '  में   आत्म  बल  की ,  नैतिक  बल  की  श्रेष्ठता  का  प्रतिपादन  किया  गया  है   | ' आसुरी  तत्वों  के  साथ  दैवीय  पद्धति  से   मोर्चा  लेने  की   प्रेरणा  उनके  काव्य  दर्शन  से  मिलती  है   |श्री   राम  लंका   विजय   अभियान  को  आरम्भ  करने  से  पूर्व    शक्ति  की  आराधना  करते  हैं  उनका  अभीष्ट  नैतिक  बल  था   |