11 November 2017

WISDOM ------ सामाजिक मूल्य एवं आदर्श श्रेष्ठ व्यक्तित्व संपन्न महान व्यक्तियों के माध्यम से ही सुरक्षित रहते हैं l

वर्तमान  समय  में  श्रेष्ठ  व्यक्तित्व  संपन्न  मनीषियों  और  विचारकों  के  अभाव  के  कारण  समाज  रुग्ण और  जर्जर  हो  चुका  है  l  यदि  वातावरण   मूल्यहीनता  रूपी  प्रदूषण  से  ओत-प्रोत  हो  तो  समाज  में  अनैतिक  और  स्वार्थी  व्यक्तियों  की  भरमार  होती  है  l  आज  स्वार्थ  सर्वोपरि  हो  गया  है  और  मूल्य ,  नीति,  आदर्श  व  परम्पराएँ   बीते  दिनों  की  बातें  बन  गई  हैं   l   ऐसे  श्रीहीन  समाज में  अनीति ,  आतंक  और  अत्याचार  पनपते  हैं   l  समाज  में  शूरवीरों  की  संख्या  घटने  लगती  है   और  लोगों  में  कायरता  बढ़ने  लगती  है  l   इस  जर्जर  समाज  को  पुनर्जीवित  करने  के  लिए  समर्थ  मार्गदर्शकों  की  आवश्यकता  है  l 

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