' पत्रकार का कार्य लोकहित के मुद्दों के पक्ष में लोकमत तैयार करना है l साथ ही अनीति , अन्याय और अत्याचार के खिलाफ ऐसे प्रचंड जन - आक्रोश को जन्म देना है , जिससे प्रशासन और व्यवस्थाओं कि चूलें हिल जाएँ l वे अपने को , अपनी नीतियों को परिवर्तित करने के लिए विवश हो जाएँ l '
पत्रकारिता का देश की स्वाधीनता में बहुत बड़ा योगदान था l माखन लाल चतुर्वेदी , जिनके लिए कहा जाता है , देशभक्ति के आवेग ने उनको मथा और उन्होंने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से पूरे देश के ह्रदय को मथ डाला l महान पत्रकार गणेश शंकर विद्दार्थी ने कहा था ---- " यदि तुम सच्चे पत्रकार बनना चाहते हो तो देश के दुःख से दुःखी होना सीखो l देशवासियों की पीड़ा और प्रताड़ना से स्वयं को पीड़ित और प्रताड़ित अनुभव करो l यह अनुभूति ही तुम्हे सच्चा पत्रकार बनाएगी l "
पत्रकारिता का देश की स्वाधीनता में बहुत बड़ा योगदान था l माखन लाल चतुर्वेदी , जिनके लिए कहा जाता है , देशभक्ति के आवेग ने उनको मथा और उन्होंने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से पूरे देश के ह्रदय को मथ डाला l महान पत्रकार गणेश शंकर विद्दार्थी ने कहा था ---- " यदि तुम सच्चे पत्रकार बनना चाहते हो तो देश के दुःख से दुःखी होना सीखो l देशवासियों की पीड़ा और प्रताड़ना से स्वयं को पीड़ित और प्रताड़ित अनुभव करो l यह अनुभूति ही तुम्हे सच्चा पत्रकार बनाएगी l "
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