' जीवन का अध्ययन व अनुभव ही ज्ञान है | यह जितना गहन व व्यापक होता है, उतना ही मनुष्य का ज्ञान भी व्यापक बनता है | विचारों के एकत्रीकरण का कोई लाभ नहीं है | श्रेष्ठ विचारों का क्रियान्वयन एवं इनका व्यवहारिक अनुभव ही जीवन को सफल व सार्थक बनाता है | '
लोक और लोग उन्हें ज्ञानी समझते हैं जिनकी बुद्धि प्रखर है, जिन्होंने अनेकों शास्त्रों, ग्रंथों का अध्ययन किया है |
लेकिन पुस्तकों में , ग्रंथों में विचार बसते हैं, ज्ञान नहीं | ज्ञान के लिये विचारों को प्रयोग और इसके अनुभवात्मक परिणाम में परिवर्तित होना पड़ता है | यदि अनुभव का अभाव है तो विचारों को कितने ही जतन से इकठ्ठा किया गया हो, पर वह सब व्यर्थ है क्योंकि उसके आधार पर झूठी विद्वता का प्रदर्शन तो किया जा सकता है, लेकिन जिंदगी की कठिन पहेलियाँ नहीं सुलझाई जा सकतीं, उलझी हुई समस्याओं के समाधान नहीं ढूँढे जा सकते |
ज्ञान केवल पोथियों में नहीं है | जिंदगी के लौकिक और अलौकिक अनुभव ज्ञान देते हैं |
लोक और लोग उन्हें ज्ञानी समझते हैं जिनकी बुद्धि प्रखर है, जिन्होंने अनेकों शास्त्रों, ग्रंथों का अध्ययन किया है |
लेकिन पुस्तकों में , ग्रंथों में विचार बसते हैं, ज्ञान नहीं | ज्ञान के लिये विचारों को प्रयोग और इसके अनुभवात्मक परिणाम में परिवर्तित होना पड़ता है | यदि अनुभव का अभाव है तो विचारों को कितने ही जतन से इकठ्ठा किया गया हो, पर वह सब व्यर्थ है क्योंकि उसके आधार पर झूठी विद्वता का प्रदर्शन तो किया जा सकता है, लेकिन जिंदगी की कठिन पहेलियाँ नहीं सुलझाई जा सकतीं, उलझी हुई समस्याओं के समाधान नहीं ढूँढे जा सकते |
ज्ञान केवल पोथियों में नहीं है | जिंदगी के लौकिक और अलौकिक अनुभव ज्ञान देते हैं |