23 December 2013

अनुशासन

ईश्वरीय  विधान  अनुशासन  का  पर्याय  है  | यदि  अनुशासन  नहीं  होता  तो  स्रष्टि  की  गति  अवरुद्ध  हो  जाती  , प्रकृति  अनुशासन  से आबद्ध  है  | जो  भी  इस  अनुशासन  को  तोड़ेगा, उसे  क्षमा  नहीं  मिल  सकती  है | प्रकृति  क्षमा  नहीं  करती  है,  ईश्वरीय  विधान   में  क्षमा का  प्रावधान  नहीं  है  |
      अनुशासन  के  प्रतिकूल  चलना  अनुशासनात्मक  कार्रवाई  के  अंतर्गत  आता  है  | ईश्वरीय  विधान  स्रष्टि  की  स्वसंचालित  प्रक्रिया  है  | जो  इस  विधान  के  अनुरूप  चलता  है  वह  पुरस्कार  का  भागीदार  होता  है, परंतु  इसके  प्रतिकूल  चलने  वाला  या  इस  विधि-व्यवस्था  में  दखल  देने  वाला  दंड  पाता  है  |
 ' ईश्वर  को  प्रिय  है - अनुशासन  |'