25 September 2013

SPIRITUAL

अध्यात्म का अर्थ है -जीवन के समग्र अस्तित्व को  पहचानना  एवं उसे विकसित  करने  की  कला  से  परिचित  होना  |  भौतिकता के  अंबार  में  जीवन  बोझ  बन गया  है  , सब  कुछ  मिलकर  भी  बहुत  कुछ  छूट  गया  है  और  जो  कुछ  छूट  गया  है , वही  जीवन  की  कड़ी  को  जोड़ता  है  , जिसे  अध्यात्म  की  तकनीक  से  समझा  जा  सकता  है  |
        यही  वह  तकनीक  है  जो  भौतिक  साधनों  के  श्रेष्ठ  सदुपयोग  के  साथ  आंतरिक  जीवन  को  सुनियोजित  करने  की  कला  सिखाती  है  | यह  सिखाती  है  कि  जीवन  का  सच्चा  सदुपयोग  साधनों  के  संग  विचारों  एवं  भावनाओं  को  परिष्कृत , परिमार्जित  करना  भी  है  | इससे सभ्य  एवं  संस्कार  संपन्न  जन-मानस  तैयार  होता  है  जो  किसी  भी  राष्ट्र  की  सबसे  बड़ी  संपदा  है  |
  सुद्रढ़  स्वास्थ्य , समर्थ  मन , स्नेह , सहयोग , क्रियाकौशल , समुचित  धन , सुद्रढ़  दांपत्य , सुसंस्कृत , संतान , प्रगतिशील  विकासक्रम , श्रद्धा - सम्मान , सुव्यवस्थित  एवं  संतुष्ट  जीवन  का  आधार  केवल  एक  ही  है -- अध्यात्म  |
जिस  विचार  पद्धति  से  मनुष्य  अपने  जीवन  में  प्रतिदिन  आने  वाली  समस्याओं  को  आसानी  से  सुलझा  सकता  है , उचित  मार्ग  का  अवलम्बन  कर  सकता  है , उसे  अध्यात्मवाद  कहते  हैं  |