18 July 2013

WISDOM

'गुणी व्यक्ति ही गुण को समझता है ,निर्गुणी नहीं ,बलवान ही बल को समझता है ,निर्बल नहीं ,कोयल ही बसंत ऋतु को समझती है ,कौआ नहीं और हाथी ही सिंह के बल को जानता है ,मूषक नहीं | '
       नेपोलियन बोनापार्ट ने एक बार राज्य के उच्च पद पर अपने विरोधी को नियुक्त कर दिया | अन्य अधिकारियों में खलबली मच गई | लोग सोचने लगे नेपोलियन से यह गलती कैसे हो गई |
   दो -चार साथियों ने साहस करके नेपोलियन को बताया कि वह अधिकारी आपके बारे में अच्छे विचार नहीं रखता | कितनी ही बार वह आपकी नीतियों की आलोचना कर चुका है ,भिन्न विचारों वाले व्यक्ति को बड़ा पद देना किसी भी प्रकार उचित नहीं है |
             नेपोलियन ने कहा "-मित्रों ,मैं उन चापलूस शासकों में से नहीं हूँ ,जो अपने प्रशंसकों को ही राज्य की विभिन्न नौकरियों में लगाते हैं और नाना प्रकार की सुविधाएं देते रहते हैं | यदि कोई व्यक्ति अपने किसी पद पर कुशलता ,परिश्रमशीलता और ईमानदारी से कार्य कर सकता है तो मैं इस बात की चिंता नहीं करता कि मेरे बारे में उसकी व्यक्तिगत धारणा क्या है ,मैं तो कार्य को ही इसकी कसौटी मानता हूँ | "