मनुष्य के ह्रदय का द्वार खोलने वाली ,निम्नता से उच्चता की ओर ले जाने वाले गुणों का विकास करने वाली यदि कोई वस्तु है तो प्रसन्नता ही है ।प्रसन्न और संतुष्ट रहने वाले व्यक्तियों का जीवन ज्योति पुंज बनकर दूसरों का मार्गदर्शन करने में सक्षम होता है ।प्रसन्नता ऐसा टॉनिक है जिसका नित्य पान करके व्यक्ति तन्दरुस्त हो जाता है ,मनुष्य के अन्दर के घाव ठीक हो जाते हैं और व्यक्ति के मन पर जमी विषाद की धूल झड़ जाती है ।दिल खोल कर हँसना सीखो ताकि बुढ़ापे की झुर्रियों में भी जवानी की झलक चमकती रहे