4 January 2013

धर्म और ईश्वर के प्रति आस्था होने का तात्पर्य है -जीवन की गरिमा और उसकी श्रेष्ठता पर सुद्रढ़ विश्वास ।व्यक्तित्व को प्रखर ,प्रमाणिक और पवित्र बनाने की प्रक्रिया जीवन -साधना है ।